राजस्थान की बहादुर बेटी और हरियाणा की जाबांज बहू महिला अफसर लेफ्टिनेंट किरण शेखावत ने वर्ष 2015 में गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर भारतीय नौसना की महिला टुकड़ी का नेतृत्व किया था। लेकिन दुर्भाग्य से 24 मार्च 2015 की रात को गोवा में डॉर्नियर निगरानी विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और उस हादसे ने लेफ्टिनेंट किरण शेखावत की जान ले ली थी। मात्र 27 साल की किरण शेखावात देश में ऑन ड्यूटी शहीद होने वाली पहली महिला अधिकारी थीं।
किरण का जन्म 1 मई 1988 को गांव सेफरागुवार के विजेन्द्र सिंह शेखावत के घर हुआ। किरण अपनी शहादत से पांच साल पहले ही भारतीय नौसेना में भर्ती हो हुई थी। किरण की शादी हरियाणा के मेवात के कुथरला गांव विवेक सिंह छोकर से हुई। विवेक छोकर भी भारतीय नौसना में लेफ्टिनेंट पद पर कार्यरत हैं। डॉर्नियर विमान हादसे के समय विवेक की ड्यूटी केरल में थी। किरण के पिता विजेन्द्र सिंह शेखावत और ससुर श्रीचंद भी नौसेना से रिटायर्ड हैं। किरण की सास सुनीता देवी गांव की सरपंच हैं। एक राजस्थान पत्रिका के अनुसार किरण की जेठानी राजश्री कोस्टगार्ड की पहली महिला पायलट हैं।
जब 24 मार्च 2015 को डॉर्नियर विमान हादसे का शिकार हो गया था तब विमान में ऑवजर्वर अधिकारी किरण शेखावत भी शहीद हो गई। उनका शव दो दिन बाद 26 मार्च को ढूंढा जा सका। किरण को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों लोग उमड़े। किरण का अंतिम संस्कार उस जगह किया गया, जहां किरण व विवेक की शादी हुई थी। उनकी चिता को मुखाग्रि किरण के पति विवेक सिंह छोकर ने दी। पूरे देश को बहादुर बेटी किरण शेखावत पर गर्व है।